मुजफ्फरनगर। हिन्दुस्तान सिटी न्यूज
देहात क्षेत्र में बिना बिजली के पीएम सूर्य घर मुक्त बिजली योजना परवान नहीं चढ पा रही है। जनपद में लगे सोलर पैनल दिन में बिजली सप्लाई मिलने पर ही काम करते है। सोलर पैनल उपभोक्ता का बिजली बिल कम करने के लिए यूनिट बनाकर पावर कारपोरेशन को भेजते है। देहात क्षेत्र में लगे सोनल पैनल को पर्याप्त मात्रा में बिजली नहीं मिल रही है। ऐसे में उपभोक्ताओं की छत पर लगे सोलर पैनल शोपीस बन कर रह गए है। ग्रामीण क्षेत्र में दिन में करीब तीन घंटे बिजली मिल रही है।
पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना सरकार की मुख्य योजनाओं में से एक है। यह योजना बिजली कटौती के कारण परवान नहीं चढ रही है। इस योजना के तहत दो किलोवॉट के सोलर पैनल लगने पर प्रतिमाह करीब 300 बिजली यूनिट बनाने का दावा किया जा रहा है। वहीं तीन किलोवॉट के सोलर पैनल लगने पर प्रतिमाह करीब 450 बिजली यूनिट बनाने का दावा किया जा रहा है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्र में बिजली न मिलने के कारण फेल हो रही है। ग्रामीण क्षेत्र में दिन में करीब तीन घंटे बिजली मिल रही है। जबकि धूप निकलने पर पर्याप्त मात्रा में बिजली सप्लाई मिले तो सोलर पैनल का उपभोक्ताओं का अधिक लाभ होगा। बिजली कम मिलने के कारण सोलर पैनल से पूरी यूनिट नहीं बन पा रही है। जिस कारण बिजली का बिल भी कम नहीं हुआ है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र के उपभोक्ता काफी परेशान है। जनपद में करीब 4103 घरों में सोलर पावर प्लांट लगा है। पावर कारपोरेशन के द्वारा 3802 लोगों का भौतिक सत्यापन किया जा चुका है। वहीं 3064 उपभोक्ताओं के खातों सब्सिडी पहुंच गई है।
पावर कारपोरेशन के मुख्य अभियंता ने बताया
देहात क्षेत्र में रोस्टिग की समस्या अधिक बनी हुई है। इसमें सुधार कराया जा रहा है। पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का उपभोक्ताओं को अधिक लाभ मिले इसके लिए बिजली सप्लाई में सुधार किए जा रहे है।
विनोद कुमार गुप्ता, मुख्य अभियंता



