मुजफ्फरनगर। हिन्दुस्तान सिटी न्यूज
गुरुवार को नगर पालिका के एक सफाई कर्मचारी की कूडा उठाने के दौरान मौत हो गई। वाल्मीकि समाज के लोगों ने सफाई कर्मचारी की मौत पर जिला अस्पताल में जमकर हंगामा किया। वहीं पुलिस चौकी का घेराव किया। इसके बाद गुस्साए लोगों ने शव को अहिल्याबाई चौक पर रखकर जाम लगा दिया। इस बीच पुलिस की गुस्साए लोगों के साथ झडप भी हुई। गुस्साए लोग मुआवजे और नौकरी की मांग पर अडे रहे। सूचना मिलने पर सीओ सिटी सिद्धार्थ के. मिश्रा और नगर मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौर, ईओ डा. प्रज्ञा सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय प्रताप शाही और पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची।
शहर के मोहल्ला रामपुरी की वाल्मीकि बस्ती निवासी अशोक कुमार नगर पालिका में आउटसोर्स पर सफाई कर्मचारी के पद पर कार्यरत था। उसकी ड्यूटी टाउनहाल रोड पर सड़क पर कूड़ा उठाने की लगी हुई थी। वो प्रतिदिन अपने गाड़ी चालक ललित शर्मा और अन्य कर्मियों के साथ सुबह से ही कार्य करता था। सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नीरज बिडला, पूर्व सभासद प्रदीप कुमार वाल्मीकि और पूर्व पदाधिकारी चमन लाल ढिगान ने बताया कि गुरूवार को भी वो गाड़ी के साथ कूड़ा उठा रहा था। सुबह करीब 11 बजे अशोक कुमार टीम के साथ फायर ब्रिगेड के सामने सड़क से कूड़ा का ढेर उठा रहा था। इस बीच कूडे से निकली गैस की चपेट में आकर वह बेहोश हो गया। अन्य कर्मचारियों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सफाई कर्मचारी की मौत की सूचना देने पर भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। गुस्साए लोगों ने अस्पताल में हंगामा करते हुए पुलिस चौकी का घेराव किया। इसके बाद उन्होंने शव को चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। जिससे शहर की यातायात व्यवस्था ठप हो गई। सूचना मिलने पर शहर कोतवाल बबलू सिंह वर्मा फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लोगों से शांत कराने का प्रयास किया। प्रशासन के अधिकारियों के मौके पर न पहुंचने से भीड़ का गुस्सा और बढ़ गया और पुलिस के साथ जमकर झडप हुई। सूचना पर सीओ सिटी सिद्धार्थ के. मिश्रा और नगर मजिस्ट्रेट पंकज प्रकाश राठौर भी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। उधर ईओ और नगर स्वास्थ्य अधिकारी भी पहुंचे। अधिकारियों ने गुस्साए लोगों को समझाते हुए जाम को खुलवाया। इसके बाद अस्पताल पुलिस चौकी में समझौता वार्ता हुई। वाल्मीकि समाज के लोगों ने पीडित परिवार को सरकारी नौकरी और मुआवजे की मांग की है।
गुस्साए लोगों ने फिर दोबारा लगाया जाम
मुजफ्फरनगर। पुलिस चौकी में घंटों चली वार्ता के बाद भी कोई समधान नहीं निकला। इसके बाद वाल्मीकि समाज के लोगों ने चौकी में ही अफसरों का घेराव किया और जमकर नारेबाजी है। गुस्साए लोगों ने चेरयपर्सन के खिलाफ भी नारेबाजी की है। बाद लोगों ने दोबारा शव को चौराहे पर रखकर जाम लगा दिया। गुस्साए लोगों ने कहा कि जब तक मृतक के परिवार को नौकरी देने की लिखित घोषणा नहीं की जाती, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अजय प्रताप शाही ने बताया कि आउटसोर्स सफाई कर्मचारी अशोक टाउनहाल रोड पर ड्यूटी पर था। उसी समय उसको सीने में दर्द की शिकायत हुई और वहीं गिर गया। अस्पताल में उसकी मौत हो गई। माना जा रहा है कि कर्मचारी की मौत हाई फेलियर के कारण हुई है। मृतक कर्मचारी के दो बच्चे हैं।
नौकरी और मुआवजे के आश्वासन पर शांत हुए गुस्साए लोग
मुजफ्फरनगर। चौराहे पर दोबारा से जाम लगाने पर सिटी मजिस्ट्रेट ने वाल्मीकि समाज के लोगों को समझाते हुए शांत किया। नगर मजिस्ट्रेट की वाल्मीकि समाज के लोगों के साथ वार्ता हुई। उन्होंने नौकरी और मुआवजे का आश्वासन दिया। इसके बाद मृतक अशोक के शव को पंचनामा भरने के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। बताया जाता है कि पालिका बोर्ड से मृतक कर्मचारी के परिजनों को तात्कालिक आर्थिक सहायता के लिए चार लाख रुपये, चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप ने भी इस मामले में संवेदनशीलता दिखाते हुए आश्वासन दिया कि वो अपने स्तर से एक लाख रुपये पीड़ित परिवार को देने का ऐलान किया है। इसके अलावा मृतक परिवार के एक सदस्य को आउटसोर्स में नौकरी और ठेकेदार फर्म की ओर से मृतक कर्मचारी का रूका हुआ वेतन, पीएफ फंड व अन्य देयकों का भुगतान तत्काल करने और मृतक आश्रित में पालिका में नौकरी का प्रस्ताव बोर्ड से पास कराकर शासन को भेजने का आश्वासन दिया गया है।



