मुजफ्फरनगर।
निर्माण कार्यों के वर्क ऑर्डर प्रकरण में ईओ की रिपोर्ट पर चेयरपर्सन ने लिपिक पर कडी कार्रवाई की है। चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने लिपिक मनोज कुमार बालियान के वेतन पर रोक लगा दी है। वहीं उनको निर्माण विभाग से हटा दिया गया है। कर विभाग में लाइसेंस पटल पर तैनात किया गया है।
करीब 100 निर्माण कार्यों के लिए अनुबंध होने के बाद इनके वर्क ऑर्डर पर पालिका ईओ डॉ. प्रज्ञा सिंह ने हस्ताक्षर करते हुए निर्माण विभाग को ठेकेदारों को जारी करने के लिए स्वीकृति प्रदान कर दी थी, लेकिन इसी बीच पूल का शोर मचा गया और डीएम के दरबार में शिकायत पहुंच गई। ईओ डा. प्रज्ञा सिंह ने निर्माण विभाग के अधिकारियों और लिपिकों को वर्क ऑर्डर जारी नहीं करने की सख्त हिदायत दी। इसके बाद भी दो वार्डों 25 और 07 के लिए स्वीकृत कार्यों के वर्क ऑर्डर निर्माण विभाग से ठेकेदारों को जारी हो गए। 41 सभासदों की शिकायत पर ईओ ने जांच की और 34 निर्माण कार्यों को गलत साबित होने पर निरस्त करने की संस्तुति कर चेयरपर्सन को रिपोर्ट भेजी। चेयरपर्सन ने 31 निर्माण कार्य निरस्त करने का आदेश जारी कर दिया। वार्ड 25 और वार्ड 07 के निर्माण कार्य को जनहित में आवश्यक मानकर पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये। ईओ ने दोनों कार्यों के वर्क ऑर्डर रोक के बावजूद भी ठेकेदारों को जारी कर दिये जाने के मामले में निर्माण विभाग के लिपिक मनोज कुमार और निपुण कन्नौजिया से जवाब मांगा। दोनों ने एक दूसरे पर आरोप लगाए है। इस मामले में चेयरपर्सन ने ईओ की जांच रिपोर्ट पर कार्रवाई करते हुए लिपिक मनोज बालियान को निर्माण विभाग से हटा दिया है। वहीं उनके वेतन पर अग्रिम आदेशों तक रोक लगा दी है। उधर वार्ड 25 में सड़क निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है। वार्ड 07 में कार्य 50 फीसदी पूर्ण हुआ है। शेष कार्य शुरू करने के लिए अभी कोई दिशा निर्देश जारी नहीं किये गये हैं।
