छपार क्षेत्र के गांव बरला के किसानों ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा बरला के प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया है। उन्होंने प्रबंधक पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है। किसानों ने बताया कि बैंक पर धरना दिया गया तो प्रबंधक के द्वारा पुलिस को बुलाकर झूठे आरोप लगाते हुए किसानों पर रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देते हुए कार्रवाई की मांग की है।
गांव बरला निवासी कमल त्यागी ने बताया कि वह अपने ताऊ रघुराज सिंह के किसान क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए यूनियन बैंक ऑफ इन्डिया की शाखाा बरला में गया। यहां पर बैंक प्रबंधक को खतौनी, हिस्सा प्रमाणपत्र, आधारकार्ड आदि सभी कागजात दिखाए। प्रबन्धक द्वारा सभी कागजात अपने पास रख लिए गए। प्रबंधक ने सभी कानूनी औपचारिकता आदि पूरी करा कर सूचित करने के लिए कहा। एक हफ्ते बाद प्रबन्धक द्वारा कहा गया कि अभी कार्य पूरा नही हुआ है। इस सम्बन्ध में मेरा आदमी स्वयं सम्पर्क कर लेगे। उन्होंने बताया कि एक जून को वह सुबह करीब 8 बजे अपने पडोसी डेविड के साथ खेत मे काम कर रहा था। शाखा प्रबन्धक के दो आदमी आए और बोले कि प्रबन्धक ने दस हजार रुपए मांगे है और काम हो जायेगा। कमल त्यागी ने बताया कि इसकी सूचना गांव में आकर किसान संगठन के लोगो व अन्य किसानो को दी। दो जून को सभी किसान बैंक की शाखा पर धरना देने हेतु सभी लोग इकटठा हो गए। शाखा प्रबन्धक ने फोन कर पुलिस को बुला लिया। धरना देने वाले सभी व्यक्तियो के विरूद्ध झूठा मुकदमा पंजीकृत करा दिया। जबकि वास्तव मे उस स्थान पर कोई मारपीट नहीं हुई है। किसानों ने नगर मजिस्ट्रेट से निष्पक्ष जॉच कराते हुए प्रबन्धक व उसके गुर्गों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है।
