मुजफ्फरनगर।
नगर पालिका में कार्यरत एक कर्मचारी पिछले दिनों करीब 46 दिन जेल में बंद रहा है। इस बीच कर्मचारी को न तो सस्पेंड किया गया, वहीं इसका वेतन भी नहीं रोका गया। जेल में 46 दिन बंद रहने के बावजूद भी इस कर्मचारी को वेतन मिलता रहा। इस मामले में चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरूप ने जेई निर्माण को तीन दिन के अंदर जांच पूरी करने के निर्देश दिए है। उन्होंने जेई को ईओ के माध्यम से जांच रिपोर्ट भेजने के आदेश दिए है।
नगर पालिका में कार्यरत कर्मचारी मो. सालिम के खिलाफ गांधी कालोनी निवासी मोनिका ने चेयरपर्सन से शिकायत की है। मोनिका ने शिकायत करते हुए बताया कि मो. सालिम के खिलाफ नई मंडी थाने में धारा 376, 328, 506, 504 आईपीसी में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मो. सालिम को जेल में भेज दिया था। मो. सालिम 23 सितम्बर 2019 से 8 नवम्बर 2019 में करीब 46 दिन जेल में बंद रहा है। इस दौरान सालिम को न तो सस्पेंड किया गया, न ही उसका वेतन रोका गया। जेल में बंद होने के कारण भी उसे वेतन मिलता रहा। जबकि नियम यह है कि यदि कोई भी सरकारी कर्मचारी 24 घंटे से अधिक की अवधि तक हवालात में बंद रहता है तो उसे सेवा से तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया जाता है। उसने बताया कि न्यायालय में पेशी की तारीख पर भी मो. सालिम न्यायालय में पेश तो होता है लेकिन विभागीय हाजरी रजिस्टर में अपनी हाजरी लगा कर जाता है।
चेयरपर्सन ने बताया
इस मामले में जेई निर्माण को तीन दिन के अंदर जांच पूरी कर ईओ के माध्यम से रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए है। ताकि डीएम कार्यालय को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जा सके।
मीनाक्षी स्वरूप, चेयरपर्सन नगर पालिका
