June 22, 2025 8:05 pm

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संरिक्षत गोवंशों की संख्या कम होने के कारण जनपद में बंद हो गई पांच गौशालाएं

मुजफ्फरनगर।

संरक्षित गोवंशों की संख्या कम होने के कारण जनपद में पांच गौशालाओं का संचालन बंद हो गया है। इन गौशालाओं में संरक्षति गोवंशों की संख्या 30 से कम हो गई थी। वहीं इन गौशालाओं के संचालन पर अधिक खर्च आ रहा था। जिस कारण पशु पालन विभाग के द्वारा इन पांचों गौशालाओं को बंद कर दिया गया। वहीं इन गौशालाओं के पशुओं को अन्य गौशालाओं में भेजा गया है। अब जनपद में काऊ संचुरी सहित 60 गौशाला संचालित है। जिनमें करीब 6989 गोवंश संरक्षित है।
जनपद में 65 गौशालाएं संचालित हो रही थी। जिनमें करीब सात हजार गोवंश संरक्षित थे। गौशालाओं के रखरखाव के लिए शासन से वहां मौजूद गोवंश की संख्या के आधार पर धनराशि दी जाती है। जिन गौशालाओं में 30 से कम गोवंश है उन्हें चिन्हित किया गया है। जनपद में ऐसी पांच गौशालाए सामने आयी है। इन गौशालाओं में गोवंशों की संख्या 30 से काफी कम पायी गई है। वहीं इनका संचालन में अधिक खर्च हो रहा था। जिस कारण ग्राम पंचायत पुरबालियान, गोदना, उमरपुर, भैसानी और निजामपुर की गौशालाओं को बंद कर दिया गया है।

मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया
पांच गौशालाओं में गोवंशों की संख्या 30 से कम रही गई थी। जिस कारण इन पांच गौशालाओं को बंद कर दिया गया है। वहीं यहां के गोवंशों को अन्य गौशालाओं में संरक्षित किया गया है। यदि ग्राम पंचायतों में बेसहारा पशुओं की संख्या बढ़ती है तो फिर से उक्त गौशालाओं का संचालन शुरू किया जाएगा। वहीं काऊ सेंचुरी में काफी गोवंशों को संरक्षित किया जा सकता है।
डा. जितेन्द्र कुमार गुप्ता, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी

 

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